अधिककोण त्रिभुज की परिभाषा, सूत्र, और उदाहरण

इस पेज पर हम अधिककोण त्रिभुज की जानकारी पढ़ने वाले हैं तो पोस्ट को पूरा पढ़िए।

पिछले पेज पर हमने समबाहु त्रिभुज और विषमबाहु त्रिभुज की जानकारी शेयर की हैं उन्हें भी जरूर पढ़े।

चलिए आज हम अधिककोण त्रिभुज की समस्त जानकारी को पढ़ते और समझते हैं

अधिककोण त्रिभुज की परिभाषा

adhik kon tribhuj
अधिककोण त्रिभुज

जिस त्रिभुज का एक कोण 90° से अधिक हो उस त्रिभुज को अधिक कोण त्रिभुज कहते हैं। इस त्रिभुज के प्रत्येक आंतरिक कोणों का योग सदैव 180 डिग्री के बराबर होता हैं।

अधिककोण त्रिभुज के सूत्र

  • क्षेत्रफल A = ½ × b × h
  • परिमाप = a + b + c
  • अर्धपरिधि P = ½ ( a + b + c )
  • क्षेत्रफल A = √s(s – a)(s – b)(s – c)

जहाँ, a, b, और c त्रिभुज का आधार है और, h त्रिभुज की ऊंचाई है तथा s त्रिभुज का अर्द्धपरिमाप हैं।

यदि किसी स्थिति में अधिक कोण त्रिभुज में कोई कोण न दिया हो, तो नीचे दिए गए सूत्र का प्रयोग करके कोण ज्ञात किया जा सकता हैं।

  • A = ½ × a × b × sinθ

a = ऊँचाई, b = आधार तथा θ = थीटा, जो त्रिभुज का कोण हैं।

अधिक कोण त्रिभुज की विशेषताएं

  • त्रिभुज के तीनों कोणों का योग 180 होता हैं।
  • दो कोण हमेशा न्यूनकोण होते हैं।
  • एक कोण 90 डिग्री से अधिक होता हैं।
  • अन्य दो कोणों का योग 90 डिग्री से कम होता हैं।
  • एक त्रिभुज में केवल एक ही अधिक कोण होता हैं।
  • अधिककोण त्रिभुज के विपरीत वाला भाग त्रिभुज की सबसे लंबी भुजा होती हैं।
  • तीन भुजाओं के मध्य बिंदुओं को यदि जोड़ दिया जाए तो समान क्षेत्रफल के 3 समांतर चतुर्भुज प्राप्त होते हैं।

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आशा हैं आपको अधिक कोण त्रिभुज की जानकारी पसंद आयी होगी।

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